NAWADA : बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन चार सीटों पर वोटिंग हुई, उनमें नवादा भी शामिल है. लेकिन यहां वोटिंग खत्म होने के बाद अंतिम आंकड़ा जो सामने आया है. वह निराश करनेवाला है। जिला प्रशासन की कोशिशों के बावजूद भी यहां वोटिंग परसेंट नहीं बढ़ सका और सिर्फ 41 फीसदी ही वोटिंग हो सकी। जो कि नवादा में पिछले 15 साल में सबसे कम बताया जा रहा है। यहां पिछले लोकसभा चुनाव में 52 फीसदी वोटिंग हुई थी। जबकि 2014 में 54 फीसदी के करीब मतदान किया गया। लेकिन इस बार बूथों तक वोटर्स नहीं पहुंचे।
नवादा में वोटिंग कम होने के लिए जहां प्रत्याशियों को लेकर लोगों में नाराजगी थी, वहीं प्रशासन की लापरवाही को भी जिम्मेदार बताया जा रहा है। जिले में जितनी भी बूथ बनाई गई थी, सभी पर लोगों की यही शिकायत थी कि बीएलओ के द्वारा कोई पर्ची नहीं पहुंचाया गया है। जिसके कारण कितने लोगों को मतगणना केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया गया है। इसका वजह सिर्फ बीएलओ है।
स्थानीय लोगों ने नवादा के डीएम से अपील की है कि ऐसे बीएलओ पर करवाई करें नहीं तो आने वाला समय में इससे भी खराब स्थिति जिले की हो जाएगी।
रिपोर्ट - अमन सिन्हा