बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सिवान की सियासत में डॉ राजेंद्र प्रसाद से लेकर बाहुबली शहाबुद्दीन तक का रहा जोर,इस बार किसकी नैया होगी पार,एनडीए को लगेगा झटका या इंडिया दुहरायेगी इतिहास या हेना का होगा कब्जा

सिवान की सियासत में डॉ राजेंद्र प्रसाद से लेकर बाहुबली शहाबुद्दीन तक का रहा जोर,इस बार किसकी नैया होगी पार,एनडीए को लगेगा झटका या इंडिया दुहरायेगी इतिहास या हेना का होगा कब्जा

सीवान- देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, बिहार के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना मजरूल हक जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की जननी सिवान...नब्बे के दशक बिहार की सबसे  हॉटों मे से एक रहा है. सीवान लोकसभा सीट बाहुबली से सांसद बने शहाबुद्दीन को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहा. दाहा नदी के मुहाने पर बसे सीवान ने अपने दामन में कई इतिहास संजो कर रखा है.

देश में पहला आम चुनाव 1952 में हुआ लेकिन सीवान लोकसभा सीट साल 1957 बना .1957 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार झूलन सिन्हा ने भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी शिव कुमार द्विवेदी को 22,704 वोटों से हरा कर पहले सांसद बने साल 1962, 1967, 1971 में कांग्रेस पार्टी के मोहम्मद यूसुफ ने यहां से जीत का परटम लहराया . 1977 के लोकसभा चुनाव में यहां से जनता पार्टी के मृत्युंजय प्रसाद सांसद चुने गए. साल 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर मोहम्मद यूसुफ फिर से सांसद बने. 1984 में कांग्रेस के अब्दुल गफूर यहां से सांसद बनें, अब्दुल गफूर के बाद कांग्रेस का किला यहां ढ़ह गया. 

साल 1996 के लोकसभा चुनाव में  सिवान से जनता दल के टिकट पर जिरादेई विधायक मोहम्मद शहाबुद्दीन ने भाजपा के जर्नादन तिवारी को मात दिया. 1998, 1999 और 2004 लोकसभा चुनाव में शहाबुद्दीन ने जीत का परचम लहराया .  2009 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब को परास्त किया. ओम प्रकाश यादव 2014 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर उ जीते. 2019 में यह सीट जदयू के खाते में गई तो कविता सिंह ने यहां से तीसरी बार हेना शहाब को शिकस्त दी. 

सीवान में 3 लाख मुस्लिम और 2लाख 50 हजार यादव वोटर हैं. सवा लाख कुशवाहा और 80 हजार के आसपास साहनी मतदाता हैं. वहीं अगड़ी जाति के करीब 4 लाख और ईबीसी के ढ़ाई लाख वोटर है.

दाहा नदी में साल 1957 के बाद बहुत पानी बह चुका है. सीवान ने कमोबेस हर राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को लोकसभा के चैखट तक पहुंचाया. साल 2024 के लोकसभा 2के रण में सीवान में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. एनडीए गठबंधन की ओर से जद(यू) ने पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी को अपना प्रत्याशी बनाया है. तो राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को प्रत्याशी बनाया है.वहीं राजद के पूर्व सांसद दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ रही है. वहीं हेना शहाब ने कहा कि दिवंगत पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन यहा के सभी के दिलो में मौजूद है. हिना शहाब ने कहा कि मैं भी चाहूंगी कि साहेब के तरह लोगों के दिलो में जगह बना सकू.

Suggested News