महाराष्ट्र का नाम गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज.. सीएम फड़नवीस ने लिया प्रमाणपत्र

रिन्यूबल एनर्जी की दिशा में देश में अभूतपूर्व काम हो रहा है। महाराष्ट्र इस दिशा में देश में मिसाल कायम की है।

महाराष्ट्र का नाम गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज.. सीए

News4Nation Desk : रिन्यूबल एनर्जी की दिशा में देश में अभूतपूर्व काम हो रहा है। महाराष्ट्र इस दिशा में देश में मिसाल कायम की है। ‘मागेल त्यागा सौर कृषि पंप योजना’ के तहत प्रदेश में 45911 पंप लगाकर महाराष्ट्र ने विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। इस बाबत बीते शुक्रवार को (05/12/2025) को सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र स्वीकार किया। खास मौके पर मंत्री अतुल सावे, राज्यमंत्री मेघना बोर्डीकर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। आज की तारीख में महाराष्ट्र ने स्वच्छ, किसान-केंद्रित सिंचाई की ओर तेज़ी से कदम बढ़ाए हैं और भारत में सबसे तेज़ी से सौर कृषि पंप लगाने वाला राज्य बन गया है। 7.33 लाख से ज़्यादा सौर पंप स्थापित करने और 10.45 लाख के लक्ष्य के साथ, महाराष्ट्र भारत में सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा बदलावों में से एक का नेतृत्व कर रहा है।

गौरतलब है कि भारत के कुल सौर पंपों में से 50% महाराष्ट्र में स्थापित हैं, जो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्य के लिए एक शानदार उपलब्धि है। ‘ मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना के अंतर्गत महाराष्ट्र देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहाँ कृषि क्षेत्र की संपूर्ण ऊर्जा आवश्यकताओं को सौर ऊर्जा में रूपांतरित किया जा रहा है। कुल 16,000 मेगावाट क्षमता की योजना के अंतर्गत लगभग 3,000 मेगावाट की परियोजनाएँ सफलतापूर्वक कार्यान्वित हो चुकी हैं, जिससे अब तक करीब 9 लाख किसानों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हुआ है। ’ लोकेश चंद्रा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक

गौरतलब है कि .... सौर पंपों ने लाखों किसानों के लिए सिंचाई सुरक्षा को मज़बूत किया है, जिससे अनिश्चित बिजली पर निर्भरता के बिना दिन के समय पानी की विश्वसनीय पहुँच सुनिश्चित हुई है। सौर पंपों की ओर रुख़ ने किसानों के लिए ऊर्जा लागत को कम किया है, बिजली के बिलों को कम किया है और कृषि नियोजन में पूर्वानुमानशीलता लाई है। छोटे और सीमांत किसानों को सौर पंप मिल रहे हैं जो उन्हें विश्वसनीय सिंचाई और शून्य बिजली लागत का लाभ प्रदान करते हैं। इस पहल ने लाखों किसानों के लिए सिंचाई सुरक्षा को मज़बूत किया है। सरकार की किसान-हितैषी नीतियों ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को आधुनिक और कुशल कृषि पद्धतियाँ प्रदान की जाए। सौर सिंचाई, सूखा-प्रवण और दूरदराज के क्षेत्रों में फसल स्थिरता, सूक्ष्म सिंचाई अपनाने और उच्च उत्पादकता में तेज़ी से सहायक हो रही है।