पत्रकार विमल कुमार की हत्या से पुलिस की भूमिका भी संदेह के दायरे में, वारदात से पहले थानाध्यक्ष के साथ दिखे थे आरोपी

ARARIA : अररिया में पत्रकार विमल कुमार हत्याकांड मामले में कुछ नए खुलासे हुए हैं। जो पुलिस की परेशानी बढ़ानेवाली है। ताजा खुलासे में बताया जा रहा है कि विमल कुमार की हत्या के मामले में जिस आरोपी भावेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस भावेश के साथ थानाध्यक्ष कौशल कुमार हत्या के कुछ देर पहले तक चाय पीते देखे गए थे। ऐसे में अब खुद पुलिस भी संदेह के घेरे में आती नजर आने लगी है। 

एसपी ने कहा – वह खुद पूरे मामले की जांच कर रहे, कोई दोषी नहीं बचेगा

एसपी ने बताया कि इस बात की सूचना उन्हें भी है। वे स्वयं इस मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस की कोशिश यह है कि साक्ष्य के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलवाकर उन्हें सजा दिलवाई जाए। पुलिस को इस बात के सुबूत मिले हैं कि इस हत्या में जिन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, उनकी भूमिका मामले में संदिग्ध है। इनके विरुद्ध साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

नेपाल पुलिस से किया संपर्क

नेपाल भागे एक आरोपित माधव यादव को पकड़ने के लिए नेपाल पुलिस से भी संपर्क स्थापित किया गया। पुलिस को दो-तीन महत्वपूर्ण सूचनाएं भी मिली हैं। इन सूचनाओं के आधार पर जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही है। कल जिन दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया था, उनसे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस को मिले अहम सुराग

पूछताछ के क्रम में कई महत्वपूर्ण सुराग भी पुलिस को मिले हैं। पुलिस ने अररिया व सुपौल जेल में बंद रूपेश यादव व क्रांति यादव को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में दस्तावेज सौंपे गए हैं।

आंगनबाड़ी में नौकरी देने की तैयारी

एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पत्रकार विमल और उनके भाई कुमार शशिभूषण की विधवा को आंगनबाड़ी में नौकरी दिलाने के लिए जिलाधिकारी इनायत खान व वे खुद सक्रिय हैं। बता दें कि जिलाधिकारी सोमवार को ही छुट्टी से वापस लौटी हैं।