DESK : भारत के शिक्षा जगत को गुरुवार को बड़ा झटका लगा है। देश के महान भारतीय अमेरिकी सांख्यिकीविद सीआर राव अब नहीं रहे हैं। 102 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मविभूषण सहित कई पुरस्कार मिल चुका है।
तत्कालीन राष्ट्रपति जार्ज बुश कर चुके हैं सम्मानित
महान सांख्यिकीविद कल्यम्पुडी राधाकृष्ण राव को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश भी सम्मानित कर चुके हैं। सीआर राव को देश का सर्वोच्च पुरस्कार 'राष्ट्रीय विज्ञान पदक' से तत्कालीन राष्ट्रपति बुश ने ही उन्हें सौंपा था। इसके अलावा, भारत सरकार ने सीआर राव को वर्ष 1968 में पद्मभूषण और 2001 में भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। इसके अलावा, उन्हें एस.एस. भटनागर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
सीआर राव ने लिखी हैं कई किताबें
सिर्फ पद्मविभूषण सम्मान ही सीआर राव का पूरा परिचन नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान इतने हैं कि आज भी कई छात्र उसका लाभ उठा रहे हैं। सीआर राव ने कई किताबें भी लिखी हैं। इसके अलावा, उन्होंने 39 डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और 477 शोध पत्र पब्लिश किये थे। इसके अलावा उनके नाम पर सी. आर. राव एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स एंड कंप्यूटर साइंस की स्थापना हैदराबाद विश्वविद्यालय के परिसर में की गई है।
अगले माह 10 तारीख को था जन्मदिन
आगामी 10 सितंबर, 2023 को वह 103 वर्ष के होने वाले थे। हालांकि, इसके पहले उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने सांख्यिकी के क्षेत्र में अहम योगदान दिया है। सीआर राव का पूर नाम कल्यम्पुडी राधाकृष्ण राव (Calyampudi Radhakrishna Rao) था। उनका जन्म 10 सितंबर, 2023 को मद्रास प्रेसीडेंसी में हुआ था, जो कि फिलहाल कर्नाटक है।
सीआर एक तेलुगु परिवार में पले-बढ़े थे। उन्होंने अपनी स्कूल एजुकेशन गुडूर, नुजविद, नंदीगामा और विशाखापत्तनम में पूरी हुई। इसके बाद, उन्होंने आंध्र यूनिवर्सिटी से गणित विषय में एमएससी की है। इसके बाद, 1943 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से सांख्यिकी में पोस्ट ग्रैजुएशन की डिग्री प्राप्त की है। सांख्यिकी के क्षेत्र में अपने शानदार कार्य के लिए जाने वाले महान सांख्यिकीविद राव को कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।