Bihar News: क्या है सम्राट चौधरी का 'अभया ब्रिगेड', कैसे करेगा काम, अपराधियों के लिए कैसे बनेगा 'काल', जानिए गृह मंत्री के नए कदम के मायने

Bihar News: सम्राट चौधरी ने अभया ब्रिगेड का गठन किया है। अभया ब्रिगेड क्या है, ये कैसे काम करेगा और कैसे अपराधियों के लिए काल बनेंगे आइए जानते हैं.....

सम्राट चौधरी
सम्राट चौधरी का अभया ब्रिगेड - फोटो : social media

Bihar News: बिहार में गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने जब से कार्यभार संभाला है तब से वो तमाम बड़े फैसले ले रहे हैं जिससे अपराध को कंट्रोल हो सके। इसी कड़ी में अब सम्राट चौधरी ने राज्य में अभया बिग्रेड का गठन किया है। दरअसल, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बिहार सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। राज्य के गृहमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की और कई अहम दिशा-निर्देश जारी किए। 

बिहार में अभया ब्रिगेड का गठन 

उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्य में अपराधियों के खिलाफ हर स्तर पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और इसके लिए ‘अभया ब्रिगेड’ नाम की एक विशेष इकाई गठित की जा रही है। जो महिलाओं और युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। बैठक में गृहमंत्री ने अवैध खनन रोकने, अपराध पर नियंत्रण, जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मजबूत करने जैसे मुद्दों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध खनन और अन्य अपराधों की शिकायतों के लिए एक प्रभावी रिपोर्टिंग सिस्टम तैयार किया जाए, जिससे तुरंत कार्रवाई संभव हो सके।

क्या है ‘अभया ब्रिगेड’?

सरकार के नए फैसले के अनुसार, अभय ब्रिगेड का गठन महिलाओं और युवाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए किया गया है। यह विशेष इकाई छेड़खानी, यौन उत्पीड़न और असामाजिक गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करेगी। इस ब्रिगेड का मुख्य काम मनचलों और छेड़खानी करने वालों पर तत्काल कार्रवाई, अपराधियों पर निगरानी, महिलाओं, छात्र-छात्राओं और आम नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा होगा। गृहमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि अभया ब्रिगेड की तैनाती के बाद आम लोग और खासकर महिलाएं खुद को अधिक सुरक्षित महसूस करेंगी।

अभया ब्रिगेड तुंरत करेगा कार्रवाई

बता दें कि, पुलिस मुख्यालय ने एक सख्त और व्यापक योजना लागू करने का निर्णय लिया है। राज्य के सभी थाना क्षेत्रों में उन जगहों को हॉट-स्पॉट के रूप में चिन्हित किया जाएगा। जहां छेड़खानी से जुड़ी शिकायतें बार-बार सामने आती हैं। जैसे कि स्कूल–कॉलेज, हॉस्टल, कोचिंग सेंटर, मुख्य बाजार, धार्मिक स्थल, पार्क और रेलवे स्टेशन आदि। इन हॉट-स्पॉट पर निगरानी बढ़ाने के लिए प्रत्येक थाने में अभया ब्रिगेड का गठन अनिवार्य कर दिया गया है। यह ब्रिगेड स्कूटी पर गश्त कर संवेदनशील इलाकों में त्वरित कार्रवाई करेगी।

टीम में शामिल होंगे इतने सदस्य 

पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार अभया ब्रिगेड की हर टीम की कमान एक महिला दारोगा के हाथ में होगी। उनके साथ एक महिला सिपाही और दो पुरुष सिपाही की टीम काम करेगी। टीमें वर्दी और सादे लिबास दोनों रूपों में तैनात रहकर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगी। थाना स्तर पर छेड़खानी से जुड़े मामलों में लापरवाही पाए जाने पर थानाध्यक्ष और एसडीपीओ दोनों की जवाबदेही तय होगी। दोषी पाए जाने पर उन पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, संबंधित जिले के एसपी समय-समय पर ब्रिगेड की समीक्षा करेंगे और हर महीने की 15 तारीख तक एक्शन टेकन रिपोर्ट सीआईडी के एसपी (कमजोर वर्ग) को भेजेंगे।

क्या काम करेगा अभया ब्रिगेड

अभया ब्रिगेड का मुख्य फोकस महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए छेड़खानी में शामिल लोगों की पहचान और कार्रवाई करना होगा। यदि कोई शोहदा दो या अधिक बार छेड़खानी के आरोप में पकड़ा जाता है। उसका नाम गुंडा रजिस्टर के ‘ईव-टीजर’ श्रेणी में दर्ज किया जाएगा। नाबालिग आरोपियों के मामले में काउंसलिंग कराई जाएगी। बार-बार पकड़े जाने पर सोशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट तैयार कर नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के सुपुर्द किया जाएगा। अभया ब्रिगेड के सदस्य स्कूल–कॉलेज प्राचार्यों, शिक्षकगण, छात्रावास वार्डन और कोचिंग संचालकों से संपर्क कर संवेदनशील स्थानों की पहचान करेंगे। महिलाओं और बच्चियों से भी सीधे संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक किया जाएगा और आपात स्थिति में डायल–112 का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

कानून-व्यवस्था सरकार की पहली प्राथमिकता

सम्राट चौधरी ने स्पष्ट कहा कि जनता की सुरक्षा, कानून व्यवस्था को मजबूत करना और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्देशों का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। यह फैसला राज्य में कानून-व्यवस्था सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे न केवल अपराधियों में खौफ बढ़ेगा, बल्कि आम जनता में सुरक्षा का भरोसा भी मजबूत होगा।