Bihar Crime : भागलपुर पुलिस ने अवैध मिनी गन फैक्ट्री का किया भंडाफोड़, भारी मात्रा में हथियार किया बरामद, दो को किया गिरफ्तार

Bihar Crime : भागलपुर पुलिस ने अवैध मिनी गन फैक्ट्री का किया

BHAGALPUR : भागलपुर पुलिस को बिहपुर थाना क्षेत्र में अवैध हथियार निर्माण के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दियारा क्षेत्र में चल रही एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस फैक्ट्री के खुलासे से क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों के नापाक मंसूबों को करारा झटका लगा है। थाना अध्यक्ष बिहपुर के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने पूरी गोपनीयता और कुशलता के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

छापेमारी के दौरान मौके से दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान भागलपुर जिले के सुलतानगंज थाना क्षेत्र निवासी अनिल यादव और मुंगेर जिले के असरगंज के रहने वाले मो. सुबान अंसारी के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, अनिल यादव और उसके सहयोगियों द्वारा ही इस मिनी फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। दोनों के खिलाफ पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है, साथ ही इनके आपराधिक इतिहास और विस्तृत नेटवर्क की भी गहनता से जांच की जा रही है।

पुलिस ने फैक्ट्री से भारी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद किए हैं। बरामदगी में कई तैयार और अधनिर्मित हथियार शामिल हैं, जिनमें देसी कट्टा, पिस्टल, और विभिन्न तरह के कारतूस प्रमुख हैं। इसके अलावा, हथियार बनाने में उपयोग होने वाले उपकरण जैसे मोल्ड, आरा मशीन, ड्रिल मशीन, और बड़ी मात्रा में लोहे के पार्ट्स भी जब्त किए गए। इस बरामदगी ने अवैध हथियार निर्माण की व्यापकता को उजागर किया है।

जांच में यह भी सामने आया है कि अपराधी हथियार तैयार करने के लिए रेलवे की पटरी का भी इस्तेमाल कर रहे थे। मौके से बड़ी मात्रा में पटरी के टुकड़े मिलना इस बात की पुष्टि करता है कि अवैध हथियार बनाने के लिए वे किस हद तक जाकर सार्वजनिक संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे थे। पुलिस ने इस फैक्ट्री के माध्यम से होने वाली हथियारों की सप्लाई चेन को ध्वस्त करने का दावा किया है, जिससे क्षेत्र में अपराध पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। पुलिस अधीक्षक ने इस सफल और महत्वपूर्ण छापेमारी के लिए विशेष टीम के सदस्यों की सराहना की है। पुलिस महकमे में इन जांबाज पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि उनकी यह कार्रवाई अपराधियों के बीच एक कड़ा संदेश देगी कि अवैध गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट