DESK. लोकसभा चुनावों के बीच कांग्रेस को एक और संसदीय सीट पर बड़ा झटका लगा है. ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने आर्थिक कारणों का हवाला देते हुए अपना नाम वापस ले लिया है. उन्होंने कहा है कि उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं. इसलिए वह चुनाव से खुद को अलग कर रही है.
सुचारिता मोहंती ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी का टिकट लौटा दिया और दावा किया कि उन्हें पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए कोई पैसा नहीं दिया गया है। सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को ईमेल भेजा है, जिसमें उन्होंने लिखा कि वह सांसद का टिकट लौटा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुचारिता मोहंती ने लिखा कि पुरी लोकसभा सीट पर हमारा चुनाव प्रचार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है क्योंकि पार्टी ने मुझे चुनाव के लिए फंडिंग देने से इनकार कर दिया। ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अजॉय कुमार ने मुझे खुद ही चुनाव प्रचार का खर्चा उठाने को कहा।
सुचारिता मोहंती एक पत्रकार रही हैं. वह करीब दस साल पहले राजनीती में सक्रिय हुई. इस बार कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए टिकट दिया. लेकिन अब मोहंती ने कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं है. वह आर्थिक चुनौतियों से जूझ रही हैं. इसलिए लोकसभा चुनाव का टिकट वापस करती है.
इसके पहले कांग्रेस को इसी तरह का झटका गुजरात के सुरत और मध्य प्रदेश के इंदौर सीट पर लगा था. सूरत में तो भाजपा प्रत्याशी को विजयी भी घोषित कर दिया गया. वहीं इंदौर में अंतिम मौके पर कांग्रेस प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया और भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय के साथ एक ही गाड़ी में सफर करते दिखे थे. अब पुरी में कांग्रेस उम्मीदवार के चुनाव से अलग होने से यहां भाजपा के संबित पात्रा को फायदा हो सकता है.